31/10/2007


"कशमकश में हूँ उनको बताऊँ कैसे ,

कितना है सीने में प्यार मैं दिखाऊँ कैसे "


"लिख कर मैं कहूँ ,या होठो से कह दूँ ....

जताऊँ मैं उनको,या इशारा मैं कर दूँ ॥"


"राह मुझको दिखाओ यारो.....

या जाओ ,तुम ही उनको बता आओ यारो"


"उनसे कहना ,मुझे उन से प्यार बहुत है ॥

मेरी आँखों को उन के दरस कि प्यास बहुत है ...

कम है अल्फाज़ मेरे पास ,

पर दिल में चाहत का एहसास बहुत है ...

कई रिश्तो से घिरी हूँ मैं ,

पर suuna एक अपने के लिए मेरा जहाँ बहुत है ....

तू चाँद बन के उज्यारा फैला जा ,

अँधेरा मेरे जीवन में बहुत है ...."


"वादा भी लेना,के वह मुझ से मिलने एक बार आयेगा ॥

रखेगा जो दिल पे हाथ ,कितनी है मोहब्बत वह खुद जान जाएगा॥"


"यह ख़त फूलों में छिपा कर ले जाना यारों,

पैगाम है किसी का कह के थमा आना यारों"


ऋतू सरोहा





7 comments:

ख्वाब है अफसाने हक़ीक़त के said...

यह ख़त फूलों में छिपा कर ले जाना यारों,
पैगाम है किसी का कह के थमा आना यारों"

bahut hi khoob likha hai.aapne..atyant sunder evam bhaavpoorn...
Deepak

Bhuwan said...

raaz-e-dil ke bayaan ka andaaz pasand aaya ...

shrikant said...

Rituji, aap ke veecharo mai ek ajeeb si gharahi hai ;jo dil ko chu jati hai.
Kya aap sirf likhto ho ya ye aap ka dard hai?
I like it very much.

अमिय प्रसून मल्लिक said...

पैगाम है किसी का कह के थमा आना यारों"

'...'लिखना' कोई आपसे सीखे'-- इतना कहना तो बेईमानी ही होगा, पर आप लिखती ज़बरदस्त हैं, रितु जी. थोडा- बहुत इस दोस्त को सीखा देंगी तो आपका क्या कम हो जायेगा? अरे, ज़रा-सी दया-दृष्टि दिखाइये. बहुत ही बेहतरीन कविता बन पड़ी है.

अमिय प्रसून मल्लिक said...

"kuchh kahoon unse to khayaal hota hai,
ki shikayaton ka nateeja malaal hota hai."

अमिय प्रसून मल्लिक said...

"यह ख़त फूलों में छिपा कर ले जाना यारों,
पैगाम है किसी का कह के थमा आना यारों"


...Jay ho, ek baar fir mazaa aayaa!

स्वप्निल तिवारी said...

ek baar fir khubsurat khayal

magar tumhare is khayaal me
likhte waqt
ek zaraa sa pench aa gayaa hai..ek ghumav aa gayaa hai...
aor wo ye hai ki hindi k typical
words ko urdu ke saath mila dena..

aor yahan ek nayee raoshni ne thaam liya mujhe.........ki
"यह ख़त फूलों में छिपा कर ले जाना यारों,
पैगाम है किसी का कह के थमा आना यारों"